शरद केलकर से सुभाष के झा की बातचीत
द फैमिली मैन ने आपके जीवन को किस तरह बदल दिया है?
मुझे आज भी याद है कि द फैमिली मैन (टीएफएम) से पहले मेरे पास आने वाले ज्यादातर रोल नेगेटिव थे। मुझे नहीं पता क्यों। शायद मेरी छवि ही इसी तरह की बन गई थी। मेरी भूमिकाओं में दोहराव हो रहा था। हालांकि मैंने उन (नकारात्मक) भूमिकाओं को करना जारी रखा, परंतु मैं कुछ अलग खोज रहा था। तभी कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा मेरे पास द फैमिली मैन लेकर आए। मुझे भूमिका में पोटेंशियल नजर आया।